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September 2020

ओंकारेश्वर दयाल ‘नीरद’ की रचनाएँ

बातों की रातें  आँगन में बैठी दो चिड़ियाँ करती थीं आपस में बातें, आओ हिल-मिलकर हम दोनों आज काट दें काली रातें। तभी अचानक नील… Read More »ओंकारेश्वर दयाल ‘नीरद’ की रचनाएँ

ऐन रशीद की रचनाएँ

मेरे बाद आ बदलेगा रंग शाम-ए-आलम मेरे बाद आ होगा ज़रा सा दर्द भी कम मेरे बाद आ तन्हाइयाँ भी अपनी हैं अपनी हैं साअतें… Read More »ऐन रशीद की रचनाएँ

ऐतबार साज़िद की रचनाएँ

भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें  भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें आ मेरे दिल मेरे ग़म-ख़्वार कहीं और चलें कोई खिड़की नहीं खुलती किसी… Read More »ऐतबार साज़िद की रचनाएँ

ऐश’ देलहवी की रचनाएँ

कुछ कम नहीं है शम्मा से दिल की कुछ कम नहीं है शम्मा से दिल की लगन में हम फ़ानूस में वो जलती है याँ… Read More »ऐश’ देलहवी की रचनाएँ

एहसान दानिश की रचनाएँ

आज भड़की रग-ए-वहशत तिरे दीवानों की आज भड़की रग-ए-वहशत तिरे दीवानों की क़िस्मतें जागने वाली हैं बयाबानों की फिर घटाओं में है नक़्क़ारा-ए-वहशत की सदा… Read More »एहसान दानिश की रचनाएँ

एहतेशाम-उल-हक़ सिद्दीक़ी की रचनाएँ

ये दुनिया है यहां असली कहानी पुश्त पर रखना ये दुनिया है यहां असली कहानी पुश्त पर रखना लबों पर प्यास रखना और पानी पुश्त… Read More »एहतेशाम-उल-हक़ सिद्दीक़ी की रचनाएँ

एहतराम इस्लाम की रचनाएँ

बहाना ढूंढ ही लेता है, खूँ बहाने का बहाना ढूंढ ही लेता है खूँ बहाने का, है शौक कितना उसे सुर्ख़ियों में आने का। मिले… Read More »एहतराम इस्लाम की रचनाएँ

एहतिशाम हुसैन की रचनाएँ

अक़्ल पहुँची जो रिवायात के काशाने तक अक़्ल पहुँची जो रिवायात के काशाने तक एक ही रस्म मिल काबा से बुत-ख़ाने तक वादी-ए-शब में उजालों… Read More »एहतिशाम हुसैन की रचनाएँ

एस. मनोज की रचनाएँ

जे छलै अभिशप्त मानव  जे छलै अभिशप्त मानव वैह एखन अछि लड़ि रहल श्वेदकण सँ सीचिंके ओ पेट सबहक भरि रहल एक गज धरतीक टुकड़ा… Read More »एस. मनोज की रचनाएँ

एस.ए.मेहदी की रचनाएँ

कैफ़-ए-सुरूर-ओ-सोज़ के क़ाबिल नहीं रहा कैफ़-ए-सुरूर-ओ-सोज़ के क़ाबिल नहीं रहा ये और दिल है अब वो मिरा दिल नहीं रहा सीने मे मौजज़न नहीं तूफ़ान-ए-आरज़ू… Read More »एस.ए.मेहदी की रचनाएँ