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October 2020

ओमप्रकाश चतुर्वेदी ‘पराग’ की रचनाएँ

गीत कविता का हृदय है हम अछांदस आक्रमण से, छंद को डरने न देंगे युग-बयार बहे किसी विधि, गीत को मरने न देंगे गीत भू… Read More »ओमप्रकाश चतुर्वेदी ‘पराग’ की रचनाएँ

ओमप्रकाश कृत्यांश की रचनाएँ

रघुपत बाबू को गालियों से गोदता है  गेहूँ का बोझ उठाये गनेसी ज़रा रूककर देखता है मेंड़ पर बैठे रघुपत बाबू की निगाह निगाह, जो… Read More »ओमप्रकाश कृत्यांश की रचनाएँ

ओमप्रकाश कश्यप की रचनाएँ

सारी दुनिया मेरी है सुनो-सुनो एक बात सुनाऊँ कैसी अजब पहेली है, जिधर-जिधर मैं नजर घुमाऊँ सारी दुनिया मेरी है। दादा जी पूरब में रहते… Read More »ओमप्रकाश कश्यप की रचनाएँ

ओम व्यास की रचनाएँ

परिभाषाएँ जीवन प्रसव की भूमिका जन्म प्रस्तवाना मौत उपसंहार मानव क्षणिक सुख से उपजी एक अर्थहीन अस्तित्व हीन रचना। समय ताउम्र जोड़ीदार कभी हंसाता /… Read More »ओम व्यास की रचनाएँ

ओम भारती की रचनाएँ

ऐसे अमर कवियों को संबोधित नमस्ते कवि जी, कैसे हैं आप ? बेहद गंभीर संयत शांत हैं इन दिनों में भी उपलब्धि आपकी महती यह बधाई… Read More »ओम भारती की रचनाएँ

ओम प्रभाकर की रचनाएँ

कितनी ख़ुशलफ़्ज़ थी तेरी आवाज़ कितनी ख़ुशलफ़्ज़ थी तेरी आवाज़ अब सुनाए कोई वही आवाज़। ढूँढ़ता हूँ मैं आज भी तुझमें काँपते लब, छुई-मुई आवाज़।… Read More »ओम प्रभाकर की रचनाएँ