बढ़े कुछ और किसी इल्तिजा से कम न हुए बढ़े कुछ और किसी इल्तिजा से कम न हुए मेरी…
अभी आखें खुली हैं और क्या क्या अभी आखें खुली हैं और क्या क्या देखने को मुझे पागल किया उस…
एक तुम हो गगन पर दो सितारे: एक तुम हो, धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो, ‘त्रिवेणी’ दो…
इन्कलाब के मायने तक भूल गये लोग किधर गयीं वे बस्तियाँ, वे शहर, वे लोग? अब तो इन्कलाब के माइने…
भाषा मैंने भोंकने वाले जानवरों की भाषा में एक ही लय देखी है। और देखा है चिन्तकों को मूक भाषा…
चेहरा पता नहीं तुम कितने अन्तिम संस्कारों में शामिल हुए कितनी लाशें देखी लेकिन फिर ज़ोर देता हॅूँ इस पर…
दोहे-1 बँटवारे का मामला, पहुँचा जब तहसील। अपने से लगने लगे, मुंशी और वकील॥ संगत पर मुझको दिखा, जब दुनियावी…
ट्राइबल हेरिटेज म्यूजियम वहाँ नहीं है कोई राजा-रानी का रंगमहल जादुई आईना रत्न जड़ित राजसिंहासन पालना न कोई भारी-भरकम तलवार-ठाल-बरछी…
फ़ाएदा क्या तुम्हें सुनाने का फ़ाएदा क्या तुम्हें सुनाने का मौत उनवाँ है इस फ़साने का हम भी अपने…
अन्यों से विशेष मैं अन्यों से विशेष हूं? मैं जानता हूं कि जिस दिन मैं इस संसार में जन्मा था,…