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आदिल रशीद की रचनाएँ

तपा कर इल्म की भट्टी में बालातर बनता हूँ तपा कर इल्म की भट्टी में बालातर बनाता हूँ जो सीना चीर दें ज़ुल्मत का वो… Read More »आदिल रशीद की रचनाएँ

आदिल मंसूरी की रचनाएँ

कल फूल के महकने की आवाज़ जब सुनी कल फूल के महकने की आवाज़ जब सुनी परबत का सीना चीर के नदी उछल पड़ी मुझ… Read More »आदिल मंसूरी की रचनाएँ

आदित्य शुक्ल की रचनाएँ

पश्चिमांचल  धीरे धीरे सूर्य अब पश्चिमांचल की ओर बढ़ चला है उसने दिन का काम निपटा लिया है उसका माथा ठंडा है अब मुझे सूर्य… Read More »आदित्य शुक्ल की रचनाएँ

आदर्श गुलसिया की रचनाएँ

मेरी मोहब्बतें वो भुलाता कहां तलक मेरी मोहब्बतें वह भुलाता कहाँ तलक पत्थर का हर निशान मिटाता कहाँ तलक महबूब मुझसे चाहे वही पहली-सी हंसी… Read More »आदर्श गुलसिया की रचनाएँ

आत्मा की रचनाएँ

सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस , चौदहोँ भुवन भरी दीपति विशाला है । तेरहू के पति… Read More »आत्मा की रचनाएँ

आतीक़ अंज़र की रचनाएँ

गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था  गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था वो एक ख़्वाब था या बस नज़र का धोका… Read More »आतीक़ अंज़र की रचनाएँ

आजाद रामपुरी की रचनाएँ

सर्दी लगे गाँठने चड्ढी पढ़-लिखकर हो गई सयानी, लिखने लगी मगन हो चिट्ठी ! मौसम-टीचर ने वर्षा की, ऋतुशाला से कर दी छुट्टी ! मीठी किरणों की… Read More »आजाद रामपुरी की रचनाएँ

आज़ाद अंसारी की रचनाएँ

फुटकर शे’र तबीयत ही दर्द-आश्ना हो गई। दवा का न करना दवा हो गया॥ यूँ याद आओगे हमें इसला[1] खबर न थी। यूँ भूल जाओगे हमें… Read More »आज़ाद अंसारी की रचनाएँ