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रजनी मोरवाल की रचनाएँ

आँधियाँ चलने लगीं हैं आँधियाँ चलने लगीं हैं फिर हमारे गाँव झर रहे ख़ामोश पत्ते उम्र से ज्यों छिन ज़िन्दगी के चार में से रह… Read More »रजनी मोरवाल की रचनाएँ

रजनी तिलक की रचनाएँ

शिक्षा का परचम तू पढ़ महाभारत न बन कुन्ती, न द्रोपदी। पढ़ रामायण न बन सीता, न कैकेयी। पढ़ मनुस्मृति उलट महाभारत, पलट रामायण। पढ़… Read More »रजनी तिलक की रचनाएँ

रजनी अनुरागी की रचनाएँ

हमारी कविता हमारी कविता तुम कल्पना पर होकर सवार लिखते हो कविता और हमारी कविता रोटी बनाते समय जल जाती है अक्सर कपड़े धोते हुए… Read More »रजनी अनुरागी की रचनाएँ

रजत कृष्ण की रचनाएँ

सन्नाटा भारी होता है सन्नाटा वह जो फ़सल कटने के बाद खेतों में पसरा करता । सन्नाटा वह भारी होता उससे भी ज़्यादा बेटी की… Read More »रजत कृष्ण की रचनाएँ

रचना सिद्धा की रचनाएँ

पंख जो होते एक चिड़िया के बच्चे चार उड़ गए देखो पंख पसार, रस्ते में जो भूख लगी उतरे वे सब बीच बजार। बीच बजार… Read More »रचना सिद्धा की रचनाएँ

रचना श्रीवास्तव की रचनाएँ

हाइकु-1 1 हाथ पे गिरी प्रेम बूँद ,जीवन महक गया 2 तुम सूरज मै किरण तुम्हारी साथ जलती 3 संध्या को भूल ऊषा से प्यार… Read More »रचना श्रीवास्तव की रचनाएँ

रचना दीक्षित की रचनाएँ

बतकही घर की छत पर रखे अचार, पापड़ और बड़ियाँ मायूस थे पास की छत पर पसरी ओढ़नी और अम्मा की साड़ी धीमे धीमे बतिया… Read More »रचना दीक्षित की रचनाएँ

रचना त्यागी ‘आभा’ की रचनाएँ

क्रांति असहिष्णुता और आक्रोश की अवैध सन्तान हैं क्रांतियाँ आक्रोश के वीर्य से जन्मी असहिष्णुता के गर्भ में पली उसके रक्तपान से पोषित! क्रूर तानाशाहों… Read More »रचना त्यागी ‘आभा’ की रचनाएँ

रघुवीरशरण मित्र की रचनाएँ

अमर रहे यह देश  अमर रहे यह देश हमारा, अमर रहे। चलोदेश का मान बढ़ाते बढ़े चलें, अंधकार में दीप जलाते बढ़े चलें। हम श्रम… Read More »रघुवीरशरण मित्र की रचनाएँ

रघुवीर सहाय की रचनाएँ

पहले बदलो उसने पहले मेरा हाल पूछा फिर एकाएक विषय बदलकर कहा आजकल का समाज देखते हुए मैं चाहता हूँ कि तुम बदलो फिर कहा… Read More »रघुवीर सहाय की रचनाएँ