मातॄवंदना-1 सब मिलि पूजिय भारत-माई।भुवि विश्रुत, सदवीर-प्रसूता, सरल सदय सुखदाई।।बाकी निर्मल कीर्ति कौमुदी, छिटकी चहुँ दिशि छाई।कलित केन्द्र आरज-निवास की,…