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हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ

कुछ दोहे 1. पार उतर जाए कुशल किसकी इतनी धाक डूबे अखियाँ झील में बड़े – बड़े तैराक 2. जाने किससे है बनी, प्रीत नाम… Read More »हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ

हरिवंशराय बच्चन की रचनाएँ

  कोई पार नदी के गाता कोई पार नदी के गाता! भंग निशा की नीरवता कर,इस देहाती गाने का स्वर,ककड़ी के खेतों से उठकर,आता जमुना… Read More »हरिवंशराय बच्चन की रचनाएँ

हम्माद नियाज़ी की रचनाएँ

बे-सबब हो के बे-क़रार आया  बे-सबब हो के बे-क़रार आया मेरे पीछे मिरा ग़ुबार आया चंद यादों का शोर था मुझ में मैं उसे क़ब्र… Read More »हम्माद नियाज़ी की रचनाएँ

हरप्रीत कौर की रचनाएँ

हांडी में पड़े सपने मेरा प्रेम लौटता है वापस मुझ तक जैसे लौटती हैं गाये हर रोज़ देहात के अपने घर मुँह बिसूरे हांडी में… Read More »हरप्रीत कौर की रचनाएँ

हरीश करमचंदाणी की रचनाएँ

अंतःकरण  वह साहस बहुत मुश्किल से आता हैं आपके भीतर से कोई चीखता हैं रुकना नहीं जो होगा देखा जायेगा आप ठिठक देखते हैं कोई… Read More »हरीश करमचंदाणी की रचनाएँ

हेमा पाण्डेय की रचनाएँ

दहेज सपने कहाँ खो गए मन में हजार सपने थे जिंदगी को एक नया मोड़ मिलेगा नई आशायें जागी मन कहता कभी ये कभी वह… Read More »हेमा पाण्डेय की रचनाएँ

हसीब सोज़ की रचनाएँ

दर्द आसानी से कब पहलू बदल कर निकला दर्द आसानी से कब पहलू बदल कर निकला आँख का तिनका बहुत आँख मसल कर निकला तेरे… Read More »हसीब सोज़ की रचनाएँ

हरिराम मीणा की रचनाएँ

. रसूल हमजातोव  1. कविता आग है इस आग में अंगारों के ऊपर मशाल की लौ है लौ से बढ़कर उसकी रोशनी बाहरी अन्धकार को… Read More »हरिराम मीणा की रचनाएँ

हबीब अहमद की रचनाएँ

ग़ज़लें इस शहर-ए-खराबी में  इस शहर-ए-खराबी में गम-ए-इश्क के मारे ज़िंदा हैं यही बात बड़ी बात है प्यारे ये हंसता हुआ लिखना ये पुरनूर सितारे… Read More »हबीब अहमद की रचनाएँ

हेमन्त श्रीमाल की रचनाएँ

फागुन आया रे फागुन आया रे गलियों गलियों र।ग गुलाल कुमकुम केसर के सौ थाल भर-भर लाया रे फागुन आया रे होंठ हठीले रंगे गुलाबी… Read More »हेमन्त श्रीमाल की रचनाएँ