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हस्तीमल ‘हस्ती’

हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ

कुछ दोहे 1. पार उतर जाए कुशल किसकी इतनी धाक डूबे अखियाँ झील में बड़े – बड़े तैराक 2. जाने किससे है बनी, प्रीत नाम… Read More »हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ