ऐसा क्यों होता है ऐसा क्यों होता है रात का बुना सपना खो जाता है दिन के उजाले में दिन…
इस मौसम का सबसे इस मौसम का सबसे ठंडा दिन है आज, रात कटेगी कैसे चिन्ता यही लगी है, अगिहानों…
योगक्षेम सुनो साधुजन सूखी नदियाँ फिर लहरायें कुछ जतन करें बडा दु:ख है हम सबको भी पशुओं और परिन्दों को…
रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग १ रुखसत हुआ वो बाप से ले कर…
गमों से प्यार न करता तो और क्या करता गमों से प्यार न करता तो और क्या करता ये दिल…
सावधान सावधान हे युवक उमगो, सावधानता रखना ख़ूब। युवा समय के महा मनोहर विषयों में मत जाना डूब॥ सर्वकाज करने…
सफ़ेद रंग अक्सर एक पंछी हौले से उतर आता है मेरे कंधे पर और मैं सम्भावनाओं से घिर जाता हूँ…
चानन गाछ बनल छी चारू कात बसैए विषधर पोरे-पोर डसल छी एहि बिखाह जंगल मे हमही चानन गाछ बनल छी…
यादें (अपने संघर्षशील पिता को याद करते हुए) बाबा तुम्हारी आवाज गुंजती है खेत-खलिहानों में लहलहाते खेतों में कलकल बहते…
वंदना हे! शारदे माँ, हे! शारदे माँ हंस वाहिनी वीणापाणि, हे! वागेश्वरी आशीष दे माँ लेखनी मेरी सँवार दे माँ।…