जुगनू हवा में ले कि उजाले निकल पड़े जुगनू हवा में ले कि उजाले निकल पड़े यूँ तीरगी से…
बहुत जुमूद था बे-हौसलों में क्या करता बहुत जुमूद था बे-हौसलों में क्या करता न लगती आग तो मैं जंगलों…
ऐ हुस्न ज़माने के तेवर भी तो समझा कर ऐ हुस्न ज़माने के तेवर भी तो समझा कर अब ज़ुल्म…
प्रात समै वृषभानु सुता उठि आपु गई सरितान के खोरन प्रात समै वृषभानु सुता उठि आपु गई सरितान के खोरन…
खुली या बंद हों आँखें दिखाई देता है खुली या बंद हों आँखें दिखाई देता है। उसी का नाद है…
यार क्यों हो गया ख़फ़ा मुझसे यार क्यों हो गया ख़फ़ा मुझसे ऐसी क्या हो गई ख़ता मुझसे ज़ख़्म ये…
इन दिनों वह-1 इन दिनों अक्सर देखती है वह पेडों को गुनगुनाते हुए उसके लिए गुब्बारे की तरह हल्की हो…
कत'आ इससे बढ़कर मलाल शायरी में क्या होगा लिखता हूँ जिसके लिए उसको गुमान ही नहीं समझे मुझे सारा जहाँ…
फुटपाथ बिछौने हैं अपने नीचे सड़कों के फुटपाथ बिछौने हैं कोई खिलौना मांग न बेटे! हम ही खिलौने हैं कच्चे-पक्के,…
आज की सुबह ताज़ा हवा से बातचीत हो सकी आज रात की रही रंगत देखी सुबह की सड़कों पर नदी…