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Raju Chandel

हुल्लड़ मुरादाबादी की रचनाएँ

क्या करेगी चांदनी  चांद औरों पर मरेगा क्या करेगी चांदनीप्यार में पंगा करेगा क्या करेगी चांदनी चांद से हैं खूबसूरत भूख में दो रोटियाँकोई बच्चा… Read More »हुल्लड़ मुरादाबादी की रचनाएँ

हरे प्रकाश उपाध्याय की रचनाएँ

हाशिया  1 लिखने से पहले निकाल देता हूँ हाशिए की ज़गह हाशिए से बाहर लिखता चला जाता हूँ पूरे पृष्ठ में कोरा अलग से दिखता… Read More »हरे प्रकाश उपाध्याय की रचनाएँ

हरिकृष्ण देवसरे की रचनाएँ

कविवर तोंदूराम कविवर तोंदूराम बुझक्कड़ कभी-कभी आ जाते हैं। खड़ी निरंतर रहती चोटी, आँखें धँसी मिचमिची छोटी, नाक चायदानी की टोटी, अंग-अंग की छटा निराली,… Read More »हरिकृष्ण देवसरे की रचनाएँ

हकीम अजमल ख़ाँ शैदा की रचनाएँ

चर्चा हमारा इश्क़ ने क्यूँ जा-ब-जा किया चर्चा हमारा इश्क़ ने क्यूँ जा-ब-जा किया दिल उस को दे दिया तो भला क्या बुरा क्या अब… Read More »हकीम अजमल ख़ाँ शैदा की रचनाएँ

हुमेरा ‘राहत’ की रचनाएँ

आँखों से किसी ख़्वाब को बाहर नहीं देखा  आँखों से किसी ख़्वाब को बाहर नहीं देखा फिर इश्क़ ने ऐसा कोई मंज़र नहीं देखा ये… Read More »हुमेरा ‘राहत’ की रचनाएँ

हरीसिंह पाल की रचनाएँ

धरती छोटी है  न थककर बैठ, यह धरती तुझसे छोटी है। कोई ऐसा नहीं थका दे, तेरे थके बिना सब कुछ है तेरे हाथों में,… Read More »हरीसिंह पाल की रचनाएँ

हरिओम राजोरिया की रचनाएँ

लाठी लाठियाँ बजाने पर भी कविता होनी चाहिए कहाँ-कहाँ बजी लाठी किस-किस पर बजी देश भर में बजी ग़रीब-ग़ुरबों पर बजती आई है ग़रीब -ग़ुरबों… Read More »हरिओम राजोरिया की रचनाएँ

हंसराज ‘रहबर’ की रचनाएँ

तबीयत में न जाने ख़ाम बढ़ाता है तमन्‍ना आदमी आहिस्‍ता आहिस्‍ता गुज़र जाती है सारी ज़िंदगी आहिस्‍ता आहिस्‍ता अज़ल से सिलसिला ऐसा है गुंचे फूल… Read More »हंसराज ‘रहबर’ की रचनाएँ

हरीशचन्द्र पाण्डे की रचनाएँ

कविता संग्रह भूमिकाएँ खत्म नहीं होतीं एक दिन में  दन्त्य ‘स’ को दाँतों का सहारा जितने सघन होते दाँत उतना ही साफ़ उच्चरित होगा ‘स’… Read More »हरीशचन्द्र पाण्डे की रचनाएँ

हुकम ठाकुर की रचनाएँ

भोर का तारा.. रात की पूछापेखी के बाद नीले घोड़े पर सवार रोज़ मेरा द्वार खटखटाता है भोर का तारा गाँव के निकट बहती नदी… Read More »हुकम ठाकुर की रचनाएँ