मुहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया मुहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया, मेरी कश्ती को दरिया…
बस्ते ही बचाते हैं दरवाजे खुल चुके थे तकिये पर काढ़े हुए फूल बाहर निकल चुके थे पतीली में…
आसान नहीं होता जिस घर में बुजुर्गो का सम्मान नहीं होता। उस घर में कभी ईश्वर मेहरवान नहीं होता॥ वो…
हमारे मिलने का एक रस्ता बचा हुआ है हमारे मिलने का एक रस्ता बचा हुआ है अभी तलक फोन बुक…
चौतुक्का-1 \ घोड़े पर अपने चढ़के जो आता हूँ मैं क़रतब जो हैं सो सब दिखाता हूँ मैं, उस चाहने…
जन्नत से मण्टो का ख़त 1 मैं ख़ैरियत से हूँ लेकिन कहो कैसे हो तुम 'राजा' बहुत दिन क्यों रहे…
मैंने चित्र बनाया पर्वत से जो निकल रही है मैदानों में मचल रही है, कल-कल करती हुई नदी का मैंने…
दुनिया का चेहरा एक समय था जब दुनिया के दो चेहरे थे यूनान के देवता ज़ेसस कीतरह एक चेहरा बिल्कुल…
कथा कौन-सी अपनी ही पीड़ा के पन्ने बाँच नहीं पाये तुमको वे कैसे समझाते अर्थ व्यथाओं के. कई पीढ़ियों से…
आजु परभात छबि औरई लखानी तन आजु परभात छबि औरई लखानी तन , औरे रँग तरुनी तिया को ह्वै गयो…