आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ
ऊधो अखना पखना जलते ऊधो अखना पखना जलते । वन पाँखी की नुची लोथ पर वहशी बिम्ब मचलते ।। लाल लाल अंगारे सुलगें दीर्घ अँगीठी… Read More »आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ
ऊधो अखना पखना जलते ऊधो अखना पखना जलते । वन पाँखी की नुची लोथ पर वहशी बिम्ब मचलते ।। लाल लाल अंगारे सुलगें दीर्घ अँगीठी… Read More »आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ