बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ
आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल क्या कहूँ मैं क्या दिगर-गूँ हो गया है दिल का हाल ऐ सनम… Read More »बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ
आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल क्या कहूँ मैं क्या दिगर-गूँ हो गया है दिल का हाल ऐ सनम… Read More »बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ