अनवर जलालपुरी की रचनाएँ
उम्र भर जुल्फ-ए-मसाऐल यूँ ही सुलझाते रहे उम्र भर जुल्फ-ए-मसाऐल यूँ ही सुलझाते रहेदुसरों के वास्ते हम खुद को उलझाते रहे हादसे उनके करीब आकर… Read More »अनवर जलालपुरी की रचनाएँ
उम्र भर जुल्फ-ए-मसाऐल यूँ ही सुलझाते रहे उम्र भर जुल्फ-ए-मसाऐल यूँ ही सुलझाते रहेदुसरों के वास्ते हम खुद को उलझाते रहे हादसे उनके करीब आकर… Read More »अनवर जलालपुरी की रचनाएँ