अल्लामा इक़बाल की रचनाएँ
तराना-ए-हिन्दी (सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा ) सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा ग़ुर्बत[1] में हों अगर हम,… Read More »अल्लामा इक़बाल की रचनाएँ
तराना-ए-हिन्दी (सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा ) सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा ग़ुर्बत[1] में हों अगर हम,… Read More »अल्लामा इक़बाल की रचनाएँ