अशफ़ाक़उल्ला ख़ां की रचनाएँ
आह्वान कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे, आज़ाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे। हटने के नहीं पीछे, डरकर कभी… Read More »अशफ़ाक़उल्ला ख़ां की रचनाएँ
आह्वान कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे, आज़ाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे। हटने के नहीं पीछे, डरकर कभी… Read More »अशफ़ाक़उल्ला ख़ां की रचनाएँ