अशोक वाजपेयी की रचनाएँ
अपनी आसन्नप्रसवा माँ के लिए / काँच के टुकड़े काँच के आसमानी टुकड़े और उन पर बिछलती सूर्य की करुणा तुम उन सबको सहेज लेती… Read More »अशोक वाजपेयी की रचनाएँ
अपनी आसन्नप्रसवा माँ के लिए / काँच के टुकड़े काँच के आसमानी टुकड़े और उन पर बिछलती सूर्य की करुणा तुम उन सबको सहेज लेती… Read More »अशोक वाजपेयी की रचनाएँ