आतीक़ अंज़र की रचनाएँ
गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था वो एक ख़्वाब था या बस नज़र का धोका… Read More »आतीक़ अंज़र की रचनाएँ
गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था गुज़िश्ता रात कोई चाँद घर में उतरा था वो एक ख़्वाब था या बस नज़र का धोका… Read More »आतीक़ अंज़र की रचनाएँ