‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ
अपना दीवाना बना कर ले जाए अपना दीवाना बना कर ले जाए कभी वो आए और आ कर ले जाए रोज़ बुनियाद उठाता हूँ नयी… Read More »‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ
अपना दीवाना बना कर ले जाए अपना दीवाना बना कर ले जाए कभी वो आए और आ कर ले जाए रोज़ बुनियाद उठाता हूँ नयी… Read More »‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ