आलम की रचनाएँ
ऐसौ बारौ बार याहि बाहरौ न जान दीजै ऐसौ बारौ बार याहि बाहरौ न जान दीजै, बार गए बौरी तुम बनिता सँगन की । ब्रज… Read More »आलम की रचनाएँ
ऐसौ बारौ बार याहि बाहरौ न जान दीजै ऐसौ बारौ बार याहि बाहरौ न जान दीजै, बार गए बौरी तुम बनिता सँगन की । ब्रज… Read More »आलम की रचनाएँ