उर्मिला माधव की रचनाएँ
वो जो रह-रहके चोट कर जाए वो जो रह-रहके चोट कर जाए, अपने अलफ़ाज़ से मुकर जाए, आशिक़ी,इश्क एक फजीहत है, जिसको रोना हो वो… Read More »उर्मिला माधव की रचनाएँ
वो जो रह-रहके चोट कर जाए वो जो रह-रहके चोट कर जाए, अपने अलफ़ाज़ से मुकर जाए, आशिक़ी,इश्क एक फजीहत है, जिसको रोना हो वो… Read More »उर्मिला माधव की रचनाएँ