ओम नीरव की रचनाएँ
ठहरो साथी आगे है भीषण अंधकार ठहरो साथी, कर लो थोड़ा मन में विचार ठहरो साथी! दासता-निशा का भोर कहो किसने देखा? जंगल में नाचा… Read More »ओम नीरव की रचनाएँ
ठहरो साथी आगे है भीषण अंधकार ठहरो साथी, कर लो थोड़ा मन में विचार ठहरो साथी! दासता-निशा का भोर कहो किसने देखा? जंगल में नाचा… Read More »ओम नीरव की रचनाएँ