फ़ानी बदायूनी की रचनाएँ
एक मोअ’म्मा है समझने का एक मोअ’म्मा[1] है समझने का ना समझाने का ज़िन्दगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का ख़ल्क़ कहती है जिसे दिल… Read More »फ़ानी बदायूनी की रचनाएँ
एक मोअ’म्मा है समझने का एक मोअ’म्मा[1] है समझने का ना समझाने का ज़िन्दगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का ख़ल्क़ कहती है जिसे दिल… Read More »फ़ानी बदायूनी की रचनाएँ