फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की रचनाएँ
आपकी याद आती रही रात भर मख़दूम[1] की याद में-1 “आपकी याद आती रही रात-भर” चाँदनी दिल दुखाती रही रात-भर गाह जलती हुई, गाह बुझती हुई… Read More »फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की रचनाएँ
आपकी याद आती रही रात भर मख़दूम[1] की याद में-1 “आपकी याद आती रही रात-भर” चाँदनी दिल दुखाती रही रात-भर गाह जलती हुई, गाह बुझती हुई… Read More »फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की रचनाएँ