मंजूर ‘हाशमी’ की रचनाएँ
बदन को ज़ख़्म करें ख़ाक को लबादा करें बदन को ज़ख़्म करें ख़ाक को लबादा करें जुनूँ की भूली हुई रस्म का इआदा करें… Read More »मंजूर ‘हाशमी’ की रचनाएँ
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