महेश मनमीत की रचनाएँ
दोहे-1 बँटवारे का मामला, पहुँचा जब तहसील। अपने से लगने लगे, मुंशी और वकील॥ संगत पर मुझको दिखा, जब दुनियावी रंग। मैं दुनिया में आ… Read More »महेश मनमीत की रचनाएँ
दोहे-1 बँटवारे का मामला, पहुँचा जब तहसील। अपने से लगने लगे, मुंशी और वकील॥ संगत पर मुझको दिखा, जब दुनियावी रंग। मैं दुनिया में आ… Read More »महेश मनमीत की रचनाएँ