रामकृष्ण पांडेय की रचनाएँ
पांव पैदल और कितनी दूर पाँव-पैदल और कितनी दूर थक गई है देह थक कर चूर थक गए हैं चाँद-तारे और बादल पेड़-पौधे,वन-पत्तियाँ, नदी, सागर… Read More »रामकृष्ण पांडेय की रचनाएँ
पांव पैदल और कितनी दूर पाँव-पैदल और कितनी दूर थक गई है देह थक कर चूर थक गए हैं चाँद-तारे और बादल पेड़-पौधे,वन-पत्तियाँ, नदी, सागर… Read More »रामकृष्ण पांडेय की रचनाएँ