रैदास की रचनाएँ
रैदास के दोहे जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात। रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात।। कृस्न, करीम, राम, हरि,… Read More »रैदास की रचनाएँ
रैदास के दोहे जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात। रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात।। कृस्न, करीम, राम, हरि,… Read More »रैदास की रचनाएँ