श्वेता राय की रचनाएँ
हम तुम प्रिय चाँद बनो तुम रजनी के, मैं फूल बनी मुस्काऊँगी।तुम रूप अनेक धरे हँसना,मैं प्रीत गंध बिखराऊँगी॥तुम बाँह धरे हो प्रिय जबसे, उर… Read More »श्वेता राय की रचनाएँ
हम तुम प्रिय चाँद बनो तुम रजनी के, मैं फूल बनी मुस्काऊँगी।तुम रूप अनेक धरे हँसना,मैं प्रीत गंध बिखराऊँगी॥तुम बाँह धरे हो प्रिय जबसे, उर… Read More »श्वेता राय की रचनाएँ
अच्छी कविता अच्छी कविता अच्छा आदमी लिखता है अच्छा आदमी कथित ऊंची जात में पैदा होता है ऊंची जात का आदमी ऊंचा सोचता है हिमालय… Read More »श्यौराज सिंह बेचैन की रचनाएँ
ये दिन आए ये दिन आए । धूप करूँ नीलाम न कोई बोली बोले, आस-पास सूना-सूना सन्नाटा डोले, हवा हाँक दे, कोई नहीं तनिक पतियाए… Read More »श्यामसुन्दर घोष की रचनाएँ
पीपल का पेड़ मेरे द्वारे बहुत पुराना, पेड़ खड़ा है पीपल का। मैं तो बैठ पढ़ा करता हूँ इसकी शीतल छाँव में, इसके जैसा पेड़… Read More »श्यामसुंदर श्रीवास्तव ‘कोमल’ की रचनाएँ
उनकी पीड़ा सुनो, हाँ भाई सुनो किसुना अछूत कुछ पढ़-लिखकर कृष्ण और फिर आज़ादी की लड़ाई के दिनों में कृष्णचन्द्र दास कहलाया और हमारी मजूरी-चाकरी… Read More »श्यामलाल शमी की रचनाएँ
गिरगिट जी सिर पर टोपी, आँख पे ऐनक, चले आ रहे गिरगिट जी। नेता बनकर उछल रहे हैं, बोल रहे हैं गिटपिट जी! टर्रम-टूँ, टर्रम-टूँ… Read More »श्यामलाकांत वर्मा की रचनाएँ
चेतक की वीरता रण बीच चौकड़ी भर-भर कर चेतक बन गया निराला था राणाप्रताप के घोड़े से पड़ गया हवा का पाला था जो तनिक… Read More »श्यामनारायण पाण्डेय की रचनाएँ
मैं मधुर भी, तिक्त भी हूँ मैं मधुर भी, तिक्त भी हूँ। थपकियों से आज झंझाके भले ही दीप मेराबुझ रहा है, और पथ में,जा… Read More »श्यामनन्दन किशोर की रचनाएँ
मैं बन जाऊँ तितली इधर घूमती, उधर घूमती इक नन्ही-सी तितली, जाने किसको ढूँढ़ रही है इक नन्ही-सी तितली। कभी चली आती चौखट पर कभी… Read More »श्यामकुमार दास की रचनाएँ
ए हो नेहधर हम नीरधर चातक हैं ए हो नेहधर हम नीरधर चातक हैं , रटनि हमारि घटि है न कहैँ फेरि फेरि । भौँर… Read More »श्याम की रचनाएँ