शहराम सर्मदी की रचनाएँ
इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर मिरे इस दर्द की मीआद में भी… Read More »शहराम सर्मदी की रचनाएँ
इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर मिरे इस दर्द की मीआद में भी… Read More »शहराम सर्मदी की रचनाएँ
क़िस्सा मिरे जुनूँ का बहुत याद आएगा क़िस्सा मिरे जुनूँ का बहुत याद आएगा जब-जब कोई चिराग हवा में जलाएगा रातों को जागते हैं,इसी वास्ते… Read More »शहरयार की रचनाएँ
ख़्वाब का दर बंद है मेरे लिए रात ने आज फ़राहम किया एक नया मर्हला । नींदों ने ख़ाली किया अश्कों से फ़िर भर दिया… Read More »शहरयार की रचनाएँ
इक ऐसा वक्त भी सहरा में आने वाला है इक ऐसा वक्त भी सहरा में आने वाला है कि रास्ता यहाँ दरिया बनाने वाला है… Read More »शहबाज़ ख्वाज़ा की रचनाएँ
बे-इंतिहा होना है तो इस ख़ाक के हो जाओ बे-इंतिहा होना है तो इस ख़ाक के हो जाओ इमकाँ की मुसाफ़त करो अफ़लाक के हो… Read More »शहपर’ रसूल की रचनाएँ
हम-सफ़र ज़ीस्त का सूरज को बनाए रक्खा हम-सफ़र ज़ीस्त का सूरज को बनाए रक्खा अपने साए से ही क़द अपना बढ़ाए रक्खा शोला-ए-याद को लिपटाए… Read More »शहनाज़ नूर की रचनाएँ
एक ऊब घर, इत्मीनान, नींद और ख़्वाब सबके हिस्से में नहीं आते जैसे खाने की अच्छी चीज़ें सब को नसीब नहीं होतीं जीवन के अर्थ… Read More »शहनाज़ इमरानी की रचनाएँ
चुप के आलम में वो तस्वीर सी सूरत उस की चुप के आलम में वो तस्वीर सी सूरत उस की बोलती है तो बदल जाती… Read More »शहजाद अहमद की रचनाएँ
ज़रूरी पत्रों का खोना कितने हिंसक होते हैं वे जरूरी पत्र जो गुम हो जाते हैं हाथों में आने से पहले जिस तरह जरूरी पत्रों… Read More »शहंशाह आलम की रचनाएँ
कुत्ते के बारे में शताब्दी का सबसे महत्त्वपूर्ण पहरेदार साबित हुआ है कुत्ता जातीय विकास का ज्ञान भी हम में कुत्ते की वजह से आया… Read More »शहंशाह आलम की रचनाएँ