सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ
न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना कोई रूलाए तो रोना हँसाए… Read More »सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ
न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना कोई रूलाए तो रोना हँसाए… Read More »सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ