‘हफ़ीज़’ जालंधरी की रचनाएँ
ग़ज़लें आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने ग़फ़लत ज़रा न की मिरे ग़फ़लत-शेआर… Read More »‘हफ़ीज़’ जालंधरी की रचनाएँ
ग़ज़लें आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने ग़फ़लत ज़रा न की मिरे ग़फ़लत-शेआर… Read More »‘हफ़ीज़’ जालंधरी की रचनाएँ