हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ
आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था चेहरा-ए-शाहिद-ए-मक़सूद अयाँ है कि जो था इश्क़-ए-गुल में वही बुलबुल का फ़ुगाँ है… Read More »हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ
आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था चेहरा-ए-शाहिद-ए-मक़सूद अयाँ है कि जो था इश्क़-ए-गुल में वही बुलबुल का फ़ुगाँ है… Read More »हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ