भावना तिवारी की रचनाएँ
हम मात्र सम्बोधन जिये अस्मिता के प्रश्न पर जग मौन है भावनाएँ मर गयीं हम मात्र सम्बोधन जिये जब उठाया शीष तो दुत्कार पायी जब… Read More »भावना तिवारी की रचनाएँ
हम मात्र सम्बोधन जिये अस्मिता के प्रश्न पर जग मौन है भावनाएँ मर गयीं हम मात्र सम्बोधन जिये जब उठाया शीष तो दुत्कार पायी जब… Read More »भावना तिवारी की रचनाएँ
काले धब्बे आँखों के नीचे दो काले स्याह धब्बे आकर ठहर गए और नाम ही नहीं लेते जाने का न जाने क्यों उनको पसंद आया… Read More »भावना कुँअर की रचनाएँ
नारी / हम्मर लेहू तोहर देह नारी एगो उदाहरण हए अनेकता में एकता के कंहु हए उ ममतामयी माई त कहँु निम्मन मेहरारू त कहुं… Read More »भावना की रचनाएँ
हम तो हैं हैरान सब कहते हैं प्यारा बचपन, हम तो हैं बेहद हैरान, पापा कहते बड़ा आलसी, मम्मी कहती हैं शैतान। पानी चाय पहुँचना… Read More »भालचंद्र सेठिया की रचनाएँ
एकालाप गैस चेंबर द्वितीय विश्वयुद्ध में या हिटलर का प्रथम प्रयोग नहीं था, शुरुआत तो तभी हो गयी, जब जंगली रास्तों पर छुपे हुए फंदे… Read More »भारतेन्दु प्रताप सिंह की रचनाएँ
गुजरिया रह-रह घबराता है अब मोरा जिया चलो चलें गोदना गोदाएँ पिया। हाथों मे हाथ लिए मेले मे साथ चलें मैं सब कुछ हार चुकी… Read More »भारतेन्दु मिश्र की रचनाएँ
रोअहूं सब मिलिकै रोअहू सब मिलिकै आवहु भारत भाई। हा हा! भारतदुर्दशा न देखी जाई॥ धु्रव॥ सबके पहिले जेहि ईश्वर धन बल दीनो। सबके पहिले… Read More »भारतेंदु हरिश्चंद्र की रचनाएँ
माँ तुम जो चल पडी अनंत यात्रा के पथ पर सुगंध विहीन हो गए गुलाब सारे विलीन हो गई पाजेब की झनकार और मूक हो… Read More »भारती पंडित की रचनाएँ
छतरी वह बैठी दुबकी कोने में पैबन्द लगी काली सी बूढ़ी याद पिता की टूटी छतरी। डर लगता छूते झरझरा कर गिर पड़ने का पुराने… Read More »भारतरत्न भार्गव की रचनाएँ
यह दुनिया मूर्ख ज्ञान को मुफ़्त में बाँटते रहते हैं लोग उनसे दूर भागते रहते हैं बनिए ज्ञान को बेचकर अपना धन्धा चलाते हैं मालामाल… Read More »भारत यायावर की रचनाएँ