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Hindi

अख़्तर नाज़्मी की रचनाएँ

लिखा है… मुझको भी लिखना पड़ा है लिखा है….. मुझको भी लिखना पड़ा है जहाँ से हाशिया छोड़ा गया है अगर मानूस है तुम से… Read More »अख़्तर नाज़्मी की रचनाएँ

हरीशचन्द्र पाण्डे की रचनाएँ

कविता संग्रह भूमिकाएँ खत्म नहीं होतीं एक दिन में  दन्त्य ‘स’ को दाँतों का सहारा जितने सघन होते दाँत उतना ही साफ़ उच्चरित होगा ‘स’… Read More »हरीशचन्द्र पाण्डे की रचनाएँ

अख़्तर अंसारी की रचनाएँ

साफ़ ज़ाहिर है निगाहों से कि हम मरते हैं साफ़ ज़ाहिर है निगाहों से कि हम मरते हैंमुँह से कहते हुए ये बात मगर डरते… Read More »अख़्तर अंसारी की रचनाएँ

अखिलेश्वर पांडेय की रचनाएँ

एक दिन  मैं तुम्हारे शब्दों की उंगली पकड़ कर चला जा रहा था बच्चे की तरह इधर-उधर देखता हंसता, खिलखिलाता अचानक एक दिन पता चला… Read More »अखिलेश्वर पांडेय की रचनाएँ

अखिलेश श्रीवास्तव की रचनाएँ

कविता  एक वक्रोक्ति ने टेढ़ी कर दी है सत्ता की जुबान एक बिम्ब ने नंगा कर दिया है राजा को! ढ़ोल नगाड़ो और चाक चौबंद… Read More »अखिलेश श्रीवास्तव की रचनाएँ

अखिलेश श्रीवास्तव ‘चमन’ की रचनाएँ

सूरज-सा चमकें सुमन बनें हम हर क्यारी के बन उपवन महकें, चलो दोस्त! हम सूरज बनकर धरती पर चमकें! एक धरा है, एक गगन है,… Read More »अखिलेश श्रीवास्तव ‘चमन’ की रचनाएँ

अखिलेश तिवारी की रचनाएँ

रोज़ बढती जा रही इन खाइयों का क्या करें  रोज़ बढती जा रही इन खाइयों का क्या करें भीड़ में उगती हुई तन्हाइयों का क्या… Read More »अखिलेश तिवारी की रचनाएँ

अक्षर अनन्य की रचनाएँ

जाकी शक्ति पाइ ब्रह्मा, विष्णु औ महेश रवै कवित्त (घनाक्षरी) जाकी शक्ति पाइ ब्रह्मा, विष्णु औ महेश रवै, जाकी शक्ति पाइ शेष धरनी धरत है ।… Read More »अक्षर अनन्य की रचनाएँ

अक्षय उपाध्याय की रचनाएँ

वृक्ष लंबे फैले रास्तों के दोनों ओर खड़े इन वृक्षों को देखो तो लगेगा- ये कितने साहस से भरे हैं वर्षा और शीत में इनकी… Read More »अक्षय उपाध्याय की रचनाएँ

अकील नोमानी की रचनाएँ

रह़गुजर महाजे़-जंग पर अक्सर बहुत कुछ खोना पड़ता है महाजे़-जंग पर अक्सर बहुत कुछ खोना पड़ता है किसी पत्थर से टकराने को पत्थर होना पड़ता… Read More »अकील नोमानी की रचनाएँ