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Hindi

महेश मनमीत की रचनाएँ

दोहे-1 बँटवारे का मामला, पहुँचा जब तहसील। अपने से लगने लगे, मुंशी और वकील॥ संगत पर मुझको दिखा, जब दुनियावी रंग। मैं दुनिया में आ… Read More »महेश मनमीत की रचनाएँ

महेश चंद्र पुनेठा की रचनाएँ

ट्राइबल हेरिटेज म्यूजियम वहाँ नहीं है कोई राजा-रानी का रंगमहल जादुई आईना रत्न जड़ित राजसिंहासन पालना न कोई भारी-भरकम तलवार-ठाल-बरछी न बन्दूक-तोप-बख़्तरबन्द न किसी राजा… Read More »महेश चंद्र पुनेठा की रचनाएँ

महेश चंद्र ‘नक्श’की रचनाएँ

फ़ाएदा क्या तुम्हें सुनाने का ‎ फ़ाएदा क्या तुम्हें सुनाने का मौत उनवाँ है इस फ़साने का हम भी अपने नहीं रहे ऐ दिल किस… Read More »महेश चंद्र ‘नक्श’की रचनाएँ

महेश चंद्र द्विवेदी की रचनाएँ

अन्यों से विशेष मैं अन्यों से विशेष हूं? मैं जानता हूं कि जिस दिन मैं इस संसार में जन्मा था, वह न तो कोई दिवस-विशेष… Read More »महेश चंद्र द्विवेदी की रचनाएँ

महेश कटारे सुगम की रचनाएँ

गीत अब बदलाव के हम साथ मिलकर गाएँगे गीत अब बदलाव के हम साथ मिलकर गाएँगे । चल पड़े हम लोग तो कुछ और भी… Read More »महेश कटारे सुगम की रचनाएँ

महेश उपाध्याय की रचनाएँ

साँध्य-गीत टूट गई धूप की नसैनी तुलसी के तले दिया धर कर एक थकन सो गई पसर कर दीपक की ज्योति लगी छैनी आँगन में… Read More »महेश उपाध्याय की रचनाएँ

महेश अनघ की रचनाएँ

चैक पर रकम चैक पर रकम लिख दूं, ले कर दूं हस्ताक्षर प्यार का तरीका यह नया है सुनयनी। छुआ छुअन बतरस तो बाबा के… Read More »महेश अनघ की रचनाएँ

चेतन दुबे ‘अनिल’की रचनाएँ

दर्द में मत दहो जो लिखा भाग्य में वो मिलेगा मुझे, तुम अमानत किसी की सलामत रहो। सारी खुशियाँ तुम्हारे चरण चूम लें, हैं दुआएँ… Read More »चेतन दुबे ‘अनिल’की रचनाएँ

चिराग़ जैन की रचनाएँ

चंद सस्ती ख्वाहिशों पर सब लुटाकर मर गईं चंद सस्ती ख्वाहिशों पर सब लुटाकर मर गईं नेकियाँ ख़ुदगर्ज़ियों के पास आकर मर गईं जिनके दम… Read More »चिराग़ जैन की रचनाएँ