तहज़ीब हाफ़ी की रचनाएँ
अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी वो इक परी जो मुझे सब्ज़ करने… Read More »तहज़ीब हाफ़ी की रचनाएँ
अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी वो इक परी जो मुझे सब्ज़ करने… Read More »तहज़ीब हाफ़ी की रचनाएँ