विक्रमादित्य सिंह विक्रम की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 कूल कलिंदी नीप पर, सोहत अति अभिराम।यह छवि मेरे मन बसो, निसि दिन स्यामा-स्यामा।।1।। राधापति हिय मैं धरौं, राधापति मुख बैन।राधापति… Read More »विक्रमादित्य सिंह विक्रम की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 कूल कलिंदी नीप पर, सोहत अति अभिराम।यह छवि मेरे मन बसो, निसि दिन स्यामा-स्यामा।।1।। राधापति हिय मैं धरौं, राधापति मुख बैन।राधापति… Read More »विक्रमादित्य सिंह विक्रम की रचनाएँ