हेमन्त प्रसाद दीक्षित की रचनाएँ
सड़क बुहारती हुई औरत सड़क बुहारती हुई औरत जानती है कहा-कहाँ हैं गड्ढे कहाँ-कहाँ पड़ा है कीचड़ कहाँ-कहाँ छितरे हैं सड़े पत्ते कहाँ-कहाँ बहाया गया… Read More »हेमन्त प्रसाद दीक्षित की रचनाएँ
सड़क बुहारती हुई औरत सड़क बुहारती हुई औरत जानती है कहा-कहाँ हैं गड्ढे कहाँ-कहाँ पड़ा है कीचड़ कहाँ-कहाँ छितरे हैं सड़े पत्ते कहाँ-कहाँ बहाया गया… Read More »हेमन्त प्रसाद दीक्षित की रचनाएँ