रोहित रूसिया की रचनाएँ
अब नहीं आती अब नहीं आती किसी की चिट्ठियाँ नेह में मनुहार में जीत में या हार में चुक गयी है वेदना भी वर्जना कि… Read More »रोहित रूसिया की रचनाएँ
अब नहीं आती अब नहीं आती किसी की चिट्ठियाँ नेह में मनुहार में जीत में या हार में चुक गयी है वेदना भी वर्जना कि… Read More »रोहित रूसिया की रचनाएँ
गोली चलाने से पलाश के फूल नहीं खिलते गोली चलाने से पलाश के फूल नहीं खिलते बस सन्नाटा टूटता है या कोई मरता है तुम… Read More »रोहित ठाकुर की रचनाएँ
ईश्वर तू ही सृष्टि बनाने वाला, इसे चलाने वाला है, तू सबका रखवाला है धरती से लेकर अम्बर तक, तेरा खेल निराला है, तू सबका… Read More »रोहित आर्य की रचनाएँ
पेड़ जितने सफ़र में घनेरे मिले पेड़ जितने सफ़र में घनेरे मिले उनके साए में बैठे लुटेरे मिले रौशनी में नहाए अँधेरे मिले शर्म से… Read More »रोशन लाल ‘रौशन’ की रचनाएँ
रैदास के दोहे जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात। रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात।। कृस्न, करीम, राम, हरि,… Read More »रैदास की रचनाएँ
दिल को रह रह के ये अंदेश डराने लग जाएँ दिल को रह रह के ये अंदेश डराने लग जाएँ वापसी में उसे मुमकिन है… Read More »रेहाना रूही की रचनाएँ
मेरे अपने अश्क़[1] वो काम कर गए मेरे, अश्क़ वो थाम कर गए मेरे! किसी से क़ीमते-वफ़ा[2] सुनकर, अदा वो दाम कर गए मेरे! मेरा ही करके… Read More »रेशमा हिंगोरानी की रचनाएँ
सूरज को न्योता यह वक्त – एक सियाह रात है रात जो बहुत डरावनी है इस रात के सन्नाटे में असहनीय है उल्लूओं और सियारों… Read More »रेवंत दान बारहठ की रचनाएँ
वेदना संवेदना तुम वेदना संवेदना तुम, बंदगी परमार्थ हो तुम! वायु हो तुम प्राण हो तुम, प्रेम का भावार्थ हो तुम! लिख रही हूँ मैं… Read More »रेनू द्विवेदी की रचनाएँ
बहुत से बहुत से सवालों के जवाब गुम हैं बहुत से जवाबों के सवाल गुम हैं बहुत सी हथेलियों की गुम हैं रेखाएँ बहुत सी… Read More »रेणु हुसैन की रचनाएँ