रजनी तिलक की रचनाएँ
शिक्षा का परचम तू पढ़ महाभारत न बन कुन्ती, न द्रोपदी। पढ़ रामायण न बन सीता, न कैकेयी। पढ़ मनुस्मृति उलट महाभारत, पलट रामायण। पढ़… Read More »रजनी तिलक की रचनाएँ
शिक्षा का परचम तू पढ़ महाभारत न बन कुन्ती, न द्रोपदी। पढ़ रामायण न बन सीता, न कैकेयी। पढ़ मनुस्मृति उलट महाभारत, पलट रामायण। पढ़… Read More »रजनी तिलक की रचनाएँ
Still Another Day: XVII/Men The truth is in the prologue. Death to the romantic fool, to the expert in solitary confinement, I’m the same as… Read More »Poem by Pablo Neruda