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आधुनिक काल

आर. चेतनक्रांति की रचनाएँ

पैसे के बारे में एक महत्त्वाकांक्षी कविता के लिए नोट्स  मैं पैसे नहीं कमाता जब बहुत खुश होता हूँ, तब भी कोई योजना नहीं बनाता… Read More »आर. चेतनक्रांति की रचनाएँ

आयुष झा आस्तीक की रचनाएँ

शाकाहारी बगुले और मछलियों की जिजीविषा  मेरे लिए ना का अर्थ है हाँ और हाँ का मतलब शुक्रिया खुदा होता है। गर मैं बगुले को… Read More »आयुष झा आस्तीक की रचनाएँ

आमिर उस्मानी की रचनाएँ

दर्द बढ़ता गया जितने दरमाँ किए प्यास बढ़ती गई जितने आँसु पिए  दर्द बढ़ता गया जितने दरमाँ किए प्यास बढ़ती गई जितने आँसु पिए और… Read More »आमिर उस्मानी की रचनाएँ

आभा बोधिसत्त्व की रचनाएँ

बड़े भाई से बातें ( उन तमाम भाइयों के लिए जो जीवन में असफल रहे) भाई तुम ईश्वर नहीं भाई हो भाई तुम पानी नहीं… Read More »आभा बोधिसत्त्व की रचनाएँ

आबिद मुनावरी की रचनाएँ

लाला-ज़ारों में ज़र्द फूल हूँ मैं लाला-ज़ारों में ज़र्द फूल हूँ मैं फ़स्ल-ए-गुल है मगर मलूल हूँ मैं चाँद-तारों को रश्क है मुझ पर तेरे… Read More »आबिद मुनावरी की रचनाएँ

आदर्श सिंह ‘निखिल’ की रचनाएँ

याद रखना  मिथ्य जुगनू चाँद तारे क्षितिज अम्बर सिंधु सरिता पुष्प उपवन भ्रमर तितली बदलते मौसम गुलाबी मेघ पुरवा मोर कोकिल रात दिन या भोर… Read More »आदर्श सिंह ‘निखिल’ की रचनाएँ

‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ

अपना दीवाना बना कर ले जाए अपना दीवाना बना कर ले जाए कभी वो आए और आ कर ले जाए रोज़ बुनियाद उठाता हूँ नयी… Read More »‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ

आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ

ऊधो अखना पखना जलते ऊधो अखना पखना जलते । वन पाँखी की नुची लोथ पर वहशी बिम्ब मचलते ।। लाल लाल अंगारे सुलगें दीर्घ अँगीठी… Read More »आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ

आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ

मेढक किस तरह मेढक फुदकता जा रहा, देखने में क्या मजा है आ रहा! कूदते चलते भला हो किस लिए, तुम मचलते हो भला यों… Read More »आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ