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Hindi

आले अहमद ‘सरूर’ की रचनाएँ

आज से पहले तेरे मस्तों की ये आज से पहले तेरे मस्तों की ये ख़्वारी न थी मय बड़ी इफ़रात से थी फिर भी सर-शारी… Read More »आले अहमद ‘सरूर’ की रचनाएँ

शाज़ तमकनत की रचनाएँ

अपनी अपनी शब-ए-तनहाई की तंज़ीम करें अपनी अपनी शब-ए-तनहाई की तंज़ीम करें चाँदनी बाँट लें महताब को तक़सीम करें मैं ये कहता हूँ के मुझ… Read More »शाज़ तमकनत की रचनाएँ

शाकिर ‘नाजी’ की रचनाएँ

देख मोहन तेरी कमर की तरफ देख मोहन तेरी कमर की तरफ फिर गया मानी अपने घर की तरफ जिन ने देखे तेरे लब-ए-शीरीं नज़र… Read More »शाकिर ‘नाजी’ की रचनाएँ

शाकिर खलीक की रचनाएँ

कब शौक़ मिरा जज़्बे से बाहर न हुआ था कब शौक़ मिरा जज़्बे से बाहर न हुआ था था कौन सा क़तरा जो समुंदर न… Read More »शाकिर खलीक की रचनाएँ

शाइस्ता यूसुफ़ की रचनाएँ

  बस वही लम्हा आँख देखे बस वही लम्हा आँख देखेगीजिस पे लिखा हुआ हो नाम अपना ऐसा सदियों से होता आया हैलोग करते रहेंगे… Read More »शाइस्ता यूसुफ़ की रचनाएँ

शांति अग्रवाल की रचनाएँ

कद्दू की बारात  कद्दू जी की चली बरात, हुई बताशों की बरसात! बैंगन की गाड़ी के ऊपर बैठे कद्दू राजा शलजम और प्याज ने मिलकर… Read More »शांति अग्रवाल की रचनाएँ

शहाब सफ़दर की रचनाएँ

बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है शहकार पे जो गर्द ज़माने की पड़ी है आसाँ… Read More »शहाब सफ़दर की रचनाएँ

शहराम सर्मदी की रचनाएँ

इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर  इनायत है तिरी बस एक एहसान और इतना कर मिरे इस दर्द की मीआद में भी… Read More »शहराम सर्मदी की रचनाएँ

शहरयार की रचनाएँ

क़िस्सा मिरे जुनूँ का बहुत याद आएगा  क़िस्सा मिरे जुनूँ का बहुत याद आएगा जब-जब कोई चिराग हवा में जलाएगा रातों को जागते हैं,इसी वास्ते… Read More »शहरयार की रचनाएँ