‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ
अपना दीवाना बना कर ले जाए अपना दीवाना बना कर ले जाए कभी वो आए और आ कर ले जाए रोज़ बुनियाद उठाता हूँ नयी… Read More »‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ
अपना दीवाना बना कर ले जाए अपना दीवाना बना कर ले जाए कभी वो आए और आ कर ले जाए रोज़ बुनियाद उठाता हूँ नयी… Read More »‘आफ़ताब’ हुसैन की रचनाएँ
ऊधो अखना पखना जलते ऊधो अखना पखना जलते । वन पाँखी की नुची लोथ पर वहशी बिम्ब मचलते ।। लाल लाल अंगारे सुलगें दीर्घ अँगीठी… Read More »आनन्दी सहाय शुक्ल की रचनाएँ
मेढक किस तरह मेढक फुदकता जा रहा, देखने में क्या मजा है आ रहा! कूदते चलते भला हो किस लिए, तुम मचलते हो भला यों… Read More »आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ
अरे रे अरे ये क्या हुआ मैंने न ये जाना अरे रे अरे ये क्या हुआ, मैंने न ये जाना अरे रे अरे बन जाए… Read More »आनंद बख़्शी की रचनाएँ
निगाहों दिल का अफसाना निगाहों दिल का अफ़साना करीब-ए-इख्तिताम आया । हमें अब इससे क्या आया शहर या वक्त-ए-शाम आया ।। ज़बान-ए-इश्क़ पर एक चीख़… Read More »आनंद नारायण मुल्ला की रचनाएँ
खूँटियों पर टँगे हैं लोग नेकी बदी की गठरी बाँधे खूँटी-खूँटी टँगे हैं लोग किसे क्या बताएँ सब अपने रंगों में ही रंगे हैं लोग… Read More »आनंद तिवारी की रचनाएँ
तुम लौट आना तुम लौट आना जैसे किसी स्त्री के गर्भ में लौटता है नया जीवन जैसे लौट आती है आवाजें चट्टानों से टकराकर हर… Read More »आनंद गुप्ता की रचनाएँ
आओ इस उम्र के दरख़्त के साए में बैठें हम तुम आओ इस उम्र के दरख़्त के साये में बैठें हम-तुम ज़िन्दगी मेरी दराज़ में… Read More »आनंद खत्री की रचनाएँ
तुम भी दुआ क्या करते वास्ते ख़ुद के भी तजवीज़ दवा क्या करते ज़ख़्म होते न अगर तुम भी दुआ क्या करते दफ़अतन उनकी निगाहों… Read More »आनन्द किशोर की रचनाएँ
बाद मुद्दत के ……. एक ग़ज़ल : बाद मुद्दत के ……. बाद मुद्दत के इक हंसी देखी। एक मजलूम की खुशी देखी। उनको देखा तो यूँ… Read More »आनंद कृष्ण की रचनाएँ