ज़फर अनवर की रचनाएँ
ज़हर-ए-ग़म दिल में समोने भी नहीं देता है ज़हर-ए-ग़म दिल में समोने भी नहीं देता है कर्ब-ए-एहसास को खोने भी नहीं देता है दिल की… Read More »ज़फर अनवर की रचनाएँ
ज़हर-ए-ग़म दिल में समोने भी नहीं देता है ज़हर-ए-ग़म दिल में समोने भी नहीं देता है कर्ब-ए-एहसास को खोने भी नहीं देता है दिल की… Read More »ज़फर अनवर की रचनाएँ
बे-मकाँ मेरे ख़्वाब होने लगे बे-मकाँ मेरे ख़्वाब होने लगे रत-जगे भी अज़ाब होने लगे हुस्न की महफ़िलों का वज़्न बढ़ा जब से हम बार-याब… Read More »ज़क़ी तारिक़ की रचनाएँ
जीरादेई में चमके सितारा जीरादेई में चमके सितारा बनके राजेन्द्र भारत दुलारा। जीरादेई में चमके सितारा॥ दीनता, दासता-पाश में थी, छटपटाती रही भारत माता। तोड़ने… Read More »जनार्दन राय की रचनाएँ
पप्पी करे शिकायत पापा के घर में घुसते ही बोल उठी पप्पी- पापा-पापा, आज हमें मम्मी ने मारा था। हम तो खेल रहे थे अपनी… Read More »जहीर कुरैशी
कुछ शे’र 1. अब क्या करूँ तलाश किसी कारवाँ को मैं, गुम हो गया हूँ पाके तेरे आस्ताँ[1] को मैं । 2. आज आँसू तुमने पोंछे… Read More »जलील मानिकपुरी की रचनाएँ
आँख में परतव-ए-महताब सलामत रह जाए आँख में परतव-ए-महताब सलामत रह जाए कोई सूरत हो कि इक ख़्वाब सलामत रह जाए रोज़ ढह जाए ये… Read More »जलील आली की रचनाएँ
मैं मुस्कुराता हूँ कई दफा अपनों से छुपता हूँ छुपाता हूँ मैं मुस्कुराता हूँ जब कोई पहेली सुलझ जाती है या कोई रुठा अपना मान… Read More »जलज कुमार अनुपम की रचनाएँ
नाल एक न मैं गर्भ से बाहर आई न नाल कटी न बड़ी हुई कभी धीरे-धीरे मरते हुए गर्भ के भीतर सोचती हूं कि काश!… Read More »जया जादवानी की रचनाएँ
चित्राधार कानन-कुसुम – पुन्य औ पाप न जान्यो जात। सब तेरे ही काज करत है और न उन्हे सिरात ॥ सखा होय सुभ सीख देत… Read More »जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ
ता-ता थैया जंगल में प्यारा-सा छप्पर, छप्पर में था बकरी का घर। घर में रहती उसकी बिटिया, नाचा करती ता-ता थैया। बकरी के संग चरने… Read More »जयपाल तरंग की रचनाएँ