त्रिनेत्र जोशी की रचनाएँ
गर्मियाँ गुमसुम से इस मौसम में जब नहीं आती हवाएँ सूखे होंठों वाली पत्तियाँ बार-बार चोंचें खोलती चिड़ियाएँ हरियाली पर लगी फफूँद कोई भी नहीं… Read More »त्रिनेत्र जोशी की रचनाएँ
गर्मियाँ गुमसुम से इस मौसम में जब नहीं आती हवाएँ सूखे होंठों वाली पत्तियाँ बार-बार चोंचें खोलती चिड़ियाएँ हरियाली पर लगी फफूँद कोई भी नहीं… Read More »त्रिनेत्र जोशी की रचनाएँ