शहाब सफ़दर की रचनाएँ
बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है शहकार पे जो गर्द ज़माने की पड़ी है आसाँ… Read More »शहाब सफ़दर की रचनाएँ
बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है शहकार पे जो गर्द ज़माने की पड़ी है आसाँ… Read More »शहाब सफ़दर की रचनाएँ