असर लखनवी की रचनाएँ
शेर शिकवा किया था अज़ रहे-उल्फ़त, तंज़ समझकर रूठे हो हम भी नादिम अपनी ख़ता पर, आओ, तुम भी जाने दो शेर-1 (1) अच्छा है… Read More »असर लखनवी की रचनाएँ
शेर शिकवा किया था अज़ रहे-उल्फ़त, तंज़ समझकर रूठे हो हम भी नादिम अपनी ख़ता पर, आओ, तुम भी जाने दो शेर-1 (1) अच्छा है… Read More »असर लखनवी की रचनाएँ