खातिर ग़ज़नवी की रचनाएँ
आरज़ूएँ ना-रसाई रू-ब-रू मैं और तू आरज़ूएँ ना-रसाई रू-ब-रू मैं और तू क्या अजब क़ुर्बत थी वो भी मैं न तू मैं और तू झुटपुटा… Read More »खातिर ग़ज़नवी की रचनाएँ
आरज़ूएँ ना-रसाई रू-ब-रू मैं और तू आरज़ूएँ ना-रसाई रू-ब-रू मैं और तू क्या अजब क़ुर्बत थी वो भी मैं न तू मैं और तू झुटपुटा… Read More »खातिर ग़ज़नवी की रचनाएँ